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किसी एआई जेनरेटेड फोटो (AI-generated images) को लेकर कोई भ्रामक सूचनाओं का प्रसार न हो, गूगल नेा है इसके लिए एआई-जेनरेटेड इमेज के लिए वॉटरमार्क टेक्नोलॉजी SynthID पेश किया है. कंप्यूटर द्वारा तैयार की गई फोटो की वास्तविक पहचान को बेहतर ढंग से पहचानने के लिए, Google ने 29 अगस्त को एक इनविजिबल, स्थायी वॉटरमार्क लॉन्च किया. philstarlife की खबर के मुताबिक, गूगल की यह नई टेक्नोलॉजी एक वॉटरमार्क जेनरेट करती है जो मानव आंखों के लिए ध्यान देने योग्य नहीं है और साथ ही, जब इमेज को सामान्य एडिटिंग टेक्नोलॉजी जैसे क्रॉपिंग या फ़िल्टर अप्लाई करने की कोशिश की जाती है तो उसे हटाया या बदला नहीं जा सकता.
स्पेशल वॉटरमार्किंग टूल से कोशिश
खबर के मुताबिक, स्पेशल वॉटरमार्किंग टूल में गलत जानकारी के प्रसार को रोकने के लिए- छवि हेरफेर की अगोचरता और मजबूती के बीच सही संतुलन खोजने की कोशिश की गई है. सिंथआईडी वर्टेक्स एआई कस्टमर्स को जिम्मेदारी से एआई-जेनरेटेड इमेज (AI-generated images) बनाने और उन्हें आत्मविश्वास के साथ पहचानने की भी परमिशन देता है. हालांकि गूगल यह भी स्वीकार करता है कि यह टेक्नोलॉजी कम्प्लीट नहीं है.
SynthID का कम्बाइंड एप्रोच
SynthID के दो कम्बाइंड एप्रोच हैं- एक को वॉटरमार्किंग कहा जाता है, जहां आप सिंथेटिक इमेज में एक न जानने योग्य वॉटरमार्क ऐड कर सकते हैं. दूसरी पहचान में किसी इमेज की संभावना का आकलन करने के लिए SynthID के लिए उसके डिजिटल वॉटरमार्क के लिए एक इमेज को स्कैन करना शामिल है. यह डिवाइस एआई पहचान के रिजल्ट् का एनालिसिस करने के लिए तीन सेल्फ कॉन्फिडेंस लेवल प्रदान करता है.
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