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अब सरकार ने इस पर बड़ी कार्रवाई की है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के ऐसी 100 वेबसाइट को ब्लॉक किया है जो पार्ट टाइम जॉब के नाम पर ठगी कर रही थीं. रिपोर्ट के मुताबिक इन साइट को विदेशी कंपनियों द्वारा ऑपरेट किया जाता था.
गृह मंत्रालय के I4C डिवीजन ने अपने वर्टिकल नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट (NCTAU) ने पिछले हफ्ते ही टास्क आधारित पार्ट टाइम जॉब और यूट्यूब वीडियो लाइक के नाम पर पार्ट टाइम जॉब ऑफ करने वाली 100 से अधिक वेबसाइटों की पहचान की थी और उन पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी.
I4C division of the Ministry of Home Affairs, through its vertical National Cybercrime Threat Analytics Unit (NCTAU), had last week identified and recommended to ban over 100 websites involved in organized investment and task based – part time job frauds. pic.twitter.com/yLI1vvayVY
— ANI (@ANI) December 6, 2023
बता दें कि गूगल मैप्स पर रिव्यूज भी इसी का एक हिस्सा है. यह एक नए तरह का स्कैम है. स्कैमर लोगों को व्हाट्सएप पर एक मैसेज भेजते हैं और पार्ट टाइम जॉब का ऑफर देते हैं. वे किसी होटल या किसी जगह की लोकेशन भेजते हैं और 5 स्टार रेटिंग देने के लिए कहते हैं. लोगों को लगता है कि गूगल पर रेटिंग देने के बदले पैसे मिल रहे हैं तो क्या दिक्कत है, लेकिन यह एक अलग लेवल का स्कैम है.
रेटिंग देते ही आपकी ई-मेल आईडी सार्वजनिक हो जाती है, क्योंकि गूगल मैप्स पर रिव्यूज प्राइवेट नहीं होते हैं. ये ठग रिव्यू के बाद आपसे लिंक और स्क्रीनशॉट मांगते हैं. जब पैसे देने की बात आती है तो ये एक टेलीग्राम नंबर देते हैं और कहते हैं कि आप वहां रिव्यू का स्क्रीनशॉट शेयर करें और एक कोड बताएं. इसके बाद वे लोगों से बैंक डीटेल और अन्य जानकारी लेते हैं और फिर ठगी का काम शुरू होता है.
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